Monday, March 9, 2009

पिंकी के बलबूते दलित वोट पर नजर

पिंकी के बलबूते दलित वोट पर नजर

Mar 08, 03:06 pm
लखनऊ। लोकसभा चुनाव में अपनी किस्मत चमकाने के लिए बड़े राजनीतिक दल जहां एक ओर बालीवुड के बडे़ सितारों की तारीखें लेने में लगे हैं, वहीं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की अध्यक्षता में नवगठित नेशनल दलित फ्रंट ने आस्कर पुरस्कार विजेता वृत्तचित्र स्माइल पिंकी की नायिका आठ वर्षीय दलित पिंकी सोनकर की स्माइल को भुनाने की रणनीति बनाई है।
फ्रंट के महासचिव और इंडियन जस्टिस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदित राज ने बताया है कि हम पिंकी के जरिए मायावती सरकार के दलित विरोधी चेहरे को बेनकाब करेंगे, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति अर्जित करने के बावजूद इस दलित बालिका की सुध तक नहीं ली। उदित राज ने बताया है कि महाराष्ट्र सरकार ने तो आस्कर जीतने वाली फिल्म स्लमडाग मिलियनेयर के स्थानीय बाल कलाकारों को मुंबई जैसे शहर में फ्लैट तक दिए हैं, दलितों की हितैषी होने का दावा करने वाली मायावती सरकार ने दलित बालिका पिंकी की खोज खबर तक नहीं ली।
बसपा सुप्रीमो मायावती के दलित प्रेम पर सवाल उठाते रहे इंडियन जस्टिस पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि नई दिल्ली में केंद्रीय मंत्री और फ्रंट के अध्यक्ष रामविलास पासवान की उपस्थिति में होने वाली जनसभा में पिंकी को सम्मनित करेगी और चुनावी सभाओं में भी उसे आगे करके बसपा के दलित विरोधी चेहरे को बेनकाब करेगी।
उन्होंने बताया कि वह मिर्जापुर जिले में पिंकी के गांव रामपुर डबई जाकर न सिर्फ उसे पांच हजार रुपये के नकद पुरस्कार से सम्मानित कर चुके हैं, बल्कि पाटी की बैठकों में पिंकी को प्रस्तुत करने के लिए उसके माता-पिता की अनुमति प्राप्त कर चुके हैं।
नेशनल दलित फ्रंट में उदितराज की इंडियन जस्टिस पार्टी के अलावा केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी और राम दास अठावले की रिपब्लिकन पार्टी आफ इंडिया जैसे दल शामिल है और इसका गठन दलित हित में दलितों को राष्ट्रीय स्तर पर एकजुट करना है।

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