बारह दिन पहले क़रीब पाँच हज़ार 'सवर्ण' हिंदुओं की एक उग्र भीड़ ने पाँच दलितों को गौ हत्या के शक में मार डाला था. यह धर्म परिवर्तन हज़ारों दलित परिवारों के सामने गुड़गाँव स्थित दलितों के रविदास मंदिर में किया गया. इसका आयोजन 'ऑल इंडिया लॉर्ड बुद्धा क्लब' ने किया था.इसके अलावा इसी समारोह में कम से कम दो दलित भी ईसाई बने और एक व्यक्ति ने इस्लाम धर्म क़बूल कर लिया. पुलिस का कहना हैं कि मारे गए दलित चमड़े का व्यापार करते थे और उन पर तब हमला किया गया जब वे एक मरी हुई गाय की खाल उतार रहे थे जिसे ये अन्य खालों के साथ बेचने वाले थे.
ख़बरों में कहा गया है कि दलितों ने सफ़ाई दी थी कि जिस गाय की वे खाल उतार रहे थे वह पहले ही मरी हुई थी.फिर भी उन दलितों को पीट पीट कर मार डाला गया.भीड़ इस अफ़वाह से उत्तेजित थी कि कुछ लोगों ने एक गाय को मार डाला है.दलितों की हत्या के बाद झज्झर में 'सवर्णों' और दलितों के बीच तनाव बढ़ गया था.इसी वजह से राज्य सरकार ने घटना की उच्च स्तरीय जाँच के आदेश दिए थे. हालाँकि अभी तक तो जाँच की रिपोर्ट नहीं आई है पर धर्मपरिवर्तन के इस समाचार से दक्षिणपंथी हिंदू संगठनों की चिंता ज़रुर बढ़ेगी.
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